दुनियाभर में भाई बहन एक दूसरे से बहुत सारा प्यार और दुलार करते हैं. भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है वही बहन अपने भाई के भविष्य की अच्छी कामना करती है. कई बार आपने लोगों को यह भी कहते हुए सुना होगा की भाई बहन की जान एक दूसरे में बसती है. इसी बात से मिलती-जुलती एक खबर सामने आ रही है.
उत्तराखंड राज्य के रामनगर के एक कारोबारी अपने परिवार के साथ वैष्णव देवी यात्रा पर गए थे. जहां पर ह्रदयगति रुकने से उनकी मृत्यु हो गई. यह खबर जब उनकी ममेरी बहन ने सुनी तो उनकी भी हार्ट अटैक आने की वजह से मृत्यु हो गई. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह खबर उत्तराखंड राज्य के रामनगर के बंबाघेर से सामने आ रही है.
जहां के रहने वाले मसालों के कारोबारी देवेश अग्रवाल उम्र 48 वर्ष शुक्रवार को वैष्णव देवी मंदिर दर्शन के लिए अपनी पत्नी तृप्ति, बेटे सिद्धार्थ अग्रवाल और उज्ज्वल अग्रवाल के साथ गए थे. शनिवार के दिन उनका परिवार कटरा पहुंचा. शाम को वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए पूरे परिवार ने सीढ़ी चढ़ना शुरू किया. सीढ़ियां चढ़ने के दौरान ही देवेश अग्रवाल की सीने में तेज दर्द उठने लगा. इसे देखते हुए उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहां उपचार के दौरान देवेश अग्रवाल ने दम तोड़ दिया. फिर देवेश अग्रवाल की मृत्यु की खबर जब रामनगर में उनकी ममेरी बहन स्वाति अग्रवाल पत्नी विशाल अग्रवाल को मिली. तो अपने भाई की मृत्यु की खबर सुनते ही वहां बहुत ही ज्यादा परेशान हो गई.
जिस कारण उनके सीने में भी तीव्र पीड़ा होने लगी. उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए शनिवार रात को उनके परिजन उन्हें स्थानीय सरकारी अस्पताल ले गए. जहां उपचार के दौरान स्वाति अग्रवाल ने दम तोड़ दिया. जिसके बाद रविवार देर शाम को दोनों भाई बहन का अंतिम संस्कार श्मशान घाट में एक कर दिया गया.