अयोध्या जिले के थाना रामजन्मभूमि अंतर्गत सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में स्थित एक आश्रम में एक नागा साधु की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। उसके गले, सीने व पीठ पर धारदार हथियार के गहरे निशान हैं। आशंका जताई जा रही है कि पहले किसी पतले तार से उसका गला घोंटा गया फिर चाकू से वार किया गया।
बृहस्पतिवार सुबह में इसकी जानकारी होने पर सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर एसएसपी राजकरण नायर, एसपी सिटी मधुबन सिंह, सीओ बीकापुर डॉ राजेश तिवारी समेत फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची व घटनास्थल की जांच की। मृतक साधु की पहचान राम सहारे दास शिष्य दुर्बल दास (44) के रूप में हुई। वह बसंतिया पट्टी से जुड़ा हुआ था।
बताया जा रहा है कि मृतक साधु आश्रम के सबसे अंदरूनी हिस्से के तीसरे कमरे में रहता था। उसके साथ दो शिष्य भी रहते थे। घटना के बाद से ऋषभ शुक्ला नामक शिष्य मौके से फरार मिला जबकि दूसरे शिष्य गोविंद दास को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जानकारी के अनुसार, फरार ऋषभ शुक्ला को मृतक साधु ने 15 दिन पहले ही अपने साथ रखा था, वह खाना बनाता था।
घटना के पीछे लूट का भी अंदेशा जताया जा रहा है। मंदिर व अगल-बगल रहने वाले नागा साधुओं का कहना है कि मृतक रामसहारे दास हनुमान जी का श्रृंगार आदि करता था। वहीं, उक्त आश्रम में सभी कमरों में सीसीटीवी लगा हुआ था लेकिन उसे किसी ने बंद कर दिया था। पुलिस को कुछ ऐसे फुटेज मिले हैं जिसमें सीसीटीवी बंद करने वाला कैद हो गया है। पुलिस ने फुटेज व हार्ड डिस्क को अपने कब्जे में ले लिया है।
एसपी राजकरण नायर ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना के खुलासे के लिए चार टीमों को लगाया गया है। हत्या का कारण क्या है और किसने की इसकी जांच की जा रही है। ध्यान रहे की एक माह के अंदर हनुमानगढ़ी परिसर में यह दूसरी वारदात है। इससे पूर्व इसी आश्रम के सामने स्थित एक दूसरे आश्रम में संस्कृत के एक छात्र ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी।