उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में एक भीषण आतंकी हमले में कैमरे पर एक दर्जी की हत्या करने वाले दो लोगों ने पुलिस द्वारा उन्हें रोकने से पहले मोटरसाइकिल पर शहर से भागने की कोशिश की।
48 वर्षीय दर्जी कन्हैया लाल की उनकी दुकान में पैगंबर मुहम्मद पर सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दो लोगों ने हत्या कर दी थी। एक वीडियो में दो लोगों ने हत्या का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धमकी भी दी। देश के अग्रिम पंक्ति के आतंकवाद विरोधी समूह राष्ट्रीय जांच एजेंसी या एनआईए ने इस मामले को अपने हाथ में ले लिया है।
राजसमंद के पुलिस प्रमुख सुधीर चौधरी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि हेलमेट पहने दो लोग उदयपुर के बाहरी इलाके में एक राजमार्ग पर बाइक से भाग रहे थे।बैरिकेडिंग कर रही पुलिस टीम ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो दोनों ने भागने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें काबू कर लिया। यह सब कांग्रेस के सोशल मीडिया समन्वयक नितिन अग्रवाल द्वारा ट्वीट किए गए एक वीडियो में देखने को मिला।
राजस्थान पुलिस ने उदयपुर हत्याकांड के दोनों हत्यारों को पकड़ लिया हैं ।
राजस्थान पुलिस ने मौक़े पर ही खातिरदारी की है। अभी और भी ख़ातिरदारी होनी है।
यह कांग्रेस शासित राजस्थान हैं यहाँ असामाजिक तत्व बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किये जायेगे।#Udaipur pic.twitter.com/kBflQ0qzdB
— Nitin Agarwal (@nitinagarwalINC) June 28, 2022
कन्हैया लाल के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं, एक 18 और दूसरा 20 साल का है। राज्य सरकार ने दोनों बच्चों के परिवार और नौकरी के लिए 31 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।पुलिस ने कहा कि छिटपुट मामूली घटनाओं को छोड़कर उदयपुर में स्थिति शांत है।
कन्हैया लाल ने कुछ हफ्ते पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में टिप्पणी पोस्ट की थी, जो भाजपा की प्रवक्ता थीं, जब उन्होंने एक टेलीविजन बहस में पैगंबर मोहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।टिप्पणियों ने भारत में व्यापक विरोध और खाड़ी देशों से निंदा शुरू कर दी। सरकार ने उन्हें आश्वस्त करने की कोशिश की कि टिप्पणियां एक व्यक्ति की थीं और भारत सभी धर्मों का सम्मान करता है।
कन्हैया लाल की पत्नी ने कहा कि उनकी पोस्ट के बाद उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद दर्जी और शिकायतकर्ताओं के बीच पुलिस की मध्यस्थता से मामला सुलझ गया। लेकिन इसके तुरंत बाद उन्हें जान से मारने की धमकी मिलने लगी, जिसे उन्होंने स्थानीय पुलिस तक पहुंचाया।