पूरे देश में हड़कंप मचाने वाले राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड से जुड़ी बड़ी खबर है. पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल दोनों शूटर्स नितिन फौजी और रोहित सिंह राठौड़ के अलावा उनकी मदद करने वाले उधम को पकड़ लिया है. पुलिस ने तीनों को 9 दिसंबर की देर रात चंडीगढ़ में शराब ठेके के पास से गिरफ्तार किया. फौजी और राठौड़ की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और राजस्थान पुलिस की एसआईटी ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया था. यह पूरा ऑपरेशन एडीजी क्राइम दिनेश एमएन और पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ के सुपरविजन में चला.
गौरतलब है कि फौजी और राठौड़ की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने 9 दिसंबर की शाम को ही उनके सहयोगी रामवीर जाट को गिरफ्तार किया था. रामवीर हरियाणा के महेंद्रगढ़ में रहता है. उसी ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद दोनों आरोपियों को जयपुर से भागने में मदद की थी. रामवीर ने बगरू टोल प्लाजा से दोनों शूटर्स को बस में बैठाया था. उसके बाद वह फरार हो गया था. रामवीर ने ही जयपुर में शूटर नितिन फौजी की होटल में रुकने की व्यवस्था की थी. बताया जाता है कि शूटर रामवीर और नितिन फौजी आपस में खास हैं. दोनों के गांव पास-पास हैं. दोनों 12वीं कक्षा तक एक साथ पढ़े. नितिन 12वीं पास करने के बाद वर्ष 2019-20 में फौज में भर्ती हो गया था.
पूरे देश में मचा हड़कंप
बता दें, बीते मंगलवार यानी 5 दिसंबर को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को नितिन और रोहित ने उनके घर में घुसकर गोली मार दी थी. उसके बाद दोनों फरार हो गए थे. इस घटना का सीसीटीवी भी सामने आया था. उसके बाद राजस्थान के साथ-साथ पूरे देश में हड़कंप मच गया था. 6 दिसंबर को एक तरफ पूरा राजस्थान बंद था, तो दूसरी तरफ देश के कई राज्यों में इस हत्या के खिलाफ प्रदर्शन हुए. आक्रोशित करणी सेना के कार्यकर्ताओं और सर्व समाज के लोगों ने जमकर हंगामा किया. मामले की गंभीरता देख पुलिस ने सुखदेव की हत्या करने वाले दोनों शूटर्स पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था. पुलिस ने आश्वासन दिया था कि दोनों आरोपियों को 72 घंटे में गिरफ्तार कर लिया जाएगा. लेकिन, आरोपी आसानी से पुलिस के हाथ नहीं लगे थे.