बर्थडे पर बीच सड़क दौड़ाकर पत्नी का गला रेता:नाराज पत्नी को मनाने गया था, उसने थप्पड़ मारा तो बाल पकड़कर पटका…फिर चाकू मारे

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Husband and wife fight in the middle of the road
Husband and wife fight in the middle of the road

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पति ने पत्नी का सरेराह धरदार हथियार से गला रेत दिया। यह देख पब्लिक ने जहां युवती को फ़ौरन अस्पताल पहुंचाया वहीं युवक की जमकर धुनाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। वह भी गंभीर है जिसे अस्पताल में एडमिट कराया गया है। युवती की हालत गंभीर देखते हुए उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। पुलिस को दिए गए बयान में युवक ने बताया कि वह दोनों पति पत्नी हैं और उनके दो बच्चे हैं। इधर बीच उसकी पत्नी का किसी से अवैध संबंध बन गया था जिसे लेकर परेशान रहता था और आज यह कदम उठा लिया।

 

बच्चों से तोड़ा रिश्ता, कहा बदतमीज तो खो दिया आपा

शिवपुर इलाके के निजी अस्पताल में एडमिट आरोपी पति कुंदन विश्वकर्मा ने बताया कि वह चंदौली जनपद के मुगलसराय थानाक्षेत्र के रतनपुर गांव का रहने वाला है और घायल युवती उसकी पत्नी नेहा विश्वकर्मा निवासी जमालपुर मिर्जापुर है। उससे उसकी शादी 15 जुलाई 2015 में हुई थी जिससे उसके दो बच्चे अंश और नवीन हैं। कुंदन ने बताया कि उसकी पत्नी 8 अगास 2023 से लापता थी। किसी तरह पता चला कि वह तो उसे मनाने की कोशिश की तो उसने पैसे की डिमांड की दो बार दस हजार रुपए भी दिया आज भी मनाने आया था पर उसने कहा कि मई सिर्फ अब सुधीर से प्यार करती हूँ और मै तुम्हे और बच्चों को नहीं जानती। मैंने सख्ती की तो मुझे बदतमीज कहा जिसपर मैंने उसका गला रेत दिया।

सुधीर ने ही व्हाट्सअप पर उकसाया

कुंदन ने कहा कि मेरी पत्नी का सुधीर नामक व्यक्ति से अवैध सम्बन्ध है और उसने ही मुझे फोन करके कहा कि नेहा को समझाओ और अगर नहीं मानती तो उसे मार दो पर उसे समझाओ। तुम्हारी बीवी जो नेपाली बाग कालोनी में किराए का मकान लेकर रह रही है मुझे बहुत परेशान कर रही है। तो मैंने उससे कहा था कि मै क्यों मारूं मै तो उससे प्यार करता हूं। मेरे दो छोटे छोटे बच्चे हैं उनकी परवरिश कैसे होगी।

 

मेरी मां को नेहा ने बहुत सताया

कुंदन ने बताया कि मेरी सिर्फ बूढी मां और मेरे दो बच्चे हैं। 8 अगस्त से लापता नेहा वाराणसी में सरस्वती वस्त्रालय में काम कर रही थी। इसी बीच उसका सुधीर नामक व्यक्ति से अफेयर हो गया। मेरे घर में हमारे दो बच्चे और मेरी बूढी मां हैं। उनको नेहा ने बहुत सताया। मुझे जब पता चला कि नेहा बनारस में है तो हम उससे ढूंढने लगे और सारस्वत वस्त्रालय पहुंचे। वहां उसका हाथ-पैर जोड़कर माफ़ी मांगी पर वह नहीं मानी।

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