गुजरात के मोरबी में कुछ दिन पहले एक शर्मनाक घटना हुई। यहां एक कारोबारी महिला ने 21 वर्षीय दलित युवक को अपनी बाकी पगार मांगने के बदले मुंह में सैंडल लेने के लिए मजबूर किया और माफी मंगवाई। इसके साथ ही दलित युवक के साथ जमकर मारपीट भी की गई। दलित युवक के साथ शर्मनाक हरकत करने और उसे पीटने की घटना में पांच दिन से फरार आरोपी महिला बिभूति पटेल उर्फ रानीबा समेत ओम पटेल, राज पटेल, परीक्षित, क्रिष पटेल और प्रीत पटेल ने पुलिस के सामने सरेंडर किया। डीवाएसपी प्रतिपालसिंह जाला ने मंगलवार को आरोपियों को मोरबी कोर्ट में रिमांड की मांग के साथ पेश किया, जिसकी सुनवाई अभी कोर्ट में चल रही है। इससे पहले एक आरोपी डीडी रबारी ने पुलिस के आगे सरेंडर किया था, जो अभी मोरबी जेल में है।
नीलेश दलसानिया नाम के एक युवक ने मोरबी सिटी-ए-डिविजन पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि आरोपी विभूति पटेल उर्फ रानीबा, ओम पटेल, राज पटेल, परीक्षित, डीडी रबारी और अन्य अज्ञात व्यक्तियों ने उसे कार्यालय में बुलाया और उसके साथ मारपीट की। इसके साथ ही उसे उसकी जाति को लेकर अपमानित किया गया। मोरबी पुलिस युवक की शिकायत पर आगे की जांच कर रही है। वहीं, दलित समुदाय का एक समूह आज सुबह जिला सेवा सदन पहुंचा और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। इस संबंध में जिला कलेक्टर को शिकायत पत्र दिया गया।
दलित समाज के लोगों ने किया प्रदर्शन
जिला सेवा सदन में मंगलवार सुबह बड़ी संख्या में दलित समाज के भाई-बहन एकत्रित हुए और जमकर प्रदर्शन किया। आवेदन देने के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे तो कलेक्टर एक सरकारी कार्यक्रम में बाहर थे और प्रस्तुतकर्ता ने थोड़ी देर के लिए हंगामा किया। बाद में जब कलेक्टर आए तो उन्हें खरी-खोटी सुनाई। बाद में कलेक्टर ने जांच अधिकारी व थाना प्रभारी को बुलाया और लोगों को मामले की स्थिति से अवगत कराया। दलित समुदाय ने इस मामले में जिला कलेक्टर जीटी पंड्या को एक याचिका सौंपी और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और मोरबी एसपी के तबादले की मांग की। वहीं, दलित समुदाय के नेताओं ने यह भी कहा कि अगर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे जेल भरो आंदोलन करेंगे।
18 अक्टूबर को नौकरी से छुट्टी दे दी गई
मोरबी के भडियाड रोड पर गांधी सोसायटी के निवासी नीलेश किशोरभाई दलसानिया नामक 21 वर्षीय युवक की ओर से पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, नीलेश 2 अक्टूबर को रवापर चौक के पास कैपिटल मार्केट की चौथी मंजिल पर रानीबा इंडस्ट्रीज के एक्सपोर्ट विभाग में एक मार्केटिंग कर्मचारी के रूप में काम कर रहा था। बाद में नीलेश को 18 अक्टूबर को नौकरी से छुट्टी दे दी गई। दूसरी ओर नियमित कर्मचारियों को हर महीने की पांच तारीख को वेतन मिलता है, लेकिन नीलेश का वेतन उनके खाते में नहीं आता है। 6 नवंबर को नीलेश ने आरोपी विभूति पटेल को फोन किया और वेतन मांगा। बाद में नीलेश ने विभूति पटेल के भाई ओम से सैलरी के बारे में बात की, तो उन्होंने कहा कि मैं दो-तीन दिन के लिए बाहर हूं, इसलिए जब वापस आऊंगा, तो कैपिटल मार्केट ऑफिस में फोन कर सैलरी के बारे में जानकारी लेकर तुम्हें बुला लूंगा।
विभूति पटेल ने युवक के मुंह में सैंडल डाली
इसके बाद जब निलेश उनकी ऑफिस पर गया, तो आरोपी ओम प्रकाश, आरोपी राज पटेल और ऑफिस मैनेजर परीक्षित ने नीलेश के बाल पकड़े और उसके चेहरे पर थप्पड़ मारते हुए उसे कार्यालय की छत पर ले गए, जहां नीलेश को आरोपी रानीबा उर्फ विभूति पटेल, ओम पटेल, राज पटेल, परीक्षित ने बेल्ट से पीटा। आरोपी विभूति पटेल ने उसके मुंह में सैंडल डाल दी और जाति का अपमान करते हुए कहा कि तुम जैसे लोगों को नौकरी पर कौन रखता है। आरोपी राज पटेल जबरन माफी मंगवाई और रंगदारी वसूलने की बात कहते हुए वीडियो बनाकर नीलेश को जान से मारने की धमकी दी।