काली रात, एक दीवार… और बुझ गया एक पूरा परिवार। बच्चों की मासूम हंसी सब मलबे में दबकर खामोश हो गईं। दीवार गिरते ही चार जिंदगियां उजड़ गईं। जिस आंगन में किलकारियां गूंज रही थी वहां अब मातम पसरा है।
दस माह की नन्ही जान अभी ठीक से बोलना भी नहीं जानती थी। सिर्फ ममता की गोद पहचानती थी, लेकिन एक रात ने सब छीन लिया। घर की दीवार क्या गिरी, पूरा जीवन ढह गया। मां-बाप की उम्मीदें, बच्चों की मासूम हंसी, सब मलबे में दबकर खामोश हो गईं।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में एक हृदय विदारक हादसे ने पूरे इलाके को गहरे शोक में डुबो दिया। राजस्व ग्राम ओडाटा के मोरा तोक स्थित गुजर बस्ती में शुक्रवार देर रात दो बजे एक कच्चे मकान की दीवार ढह गई। हादसा इतना भयानक था कि एक ही परिवार के चार सदस्य मां, बाप, बेटी और बेटा मलबे के नीचे दबकर काल के गाल में समा गए।