
उत्तराखंड सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा फैसला लेते हुए छात्रों को मुफ्त पुस्तकों के साथ-साथ कॉपियां भी निशुल्क प्रदान करने की घोषणा की है। इसके तहत स्कूली छात्रों को अब किसी भी प्रकार की शैक्षिक सामग्री के लिए आर्थिक बोझ का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस निर्णय से न केवल छात्रों बल्कि उनके अभिभावकों को भी आर्थिक रूप से लाभ होगा और वे अपने बच्चों की शिक्षा पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके तहत प्रदेश के लगभग 10 लाख स्कूली छात्रों को मुफ्त में किताबें और कॉपियां प्रदान की जाएंगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि धामी सरकार ने बजट में छात्रों को निशुल्क किताबें और कॉपियां देने का प्रावधान किया है, जो विपक्ष द्वारा सदन में उठाए गए शिक्षा व्यवस्था की खराब स्थिति के मुद्दे का समाधान है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। स्कूलों में ताले लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं और कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है।
इसके परिणामस्वरूप, राज्य के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी हो गई है। साथ ही, कई स्कूलों की स्थिति भी बहुत खराब है। नेता प्रतिपक्ष ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य और शिक्षकों के रिक्त पदों का मामला भी उठाया।