उत्तराखंड आज भी सुख सुविधाओं के लिए तरस रहा है बता दें कि उत्तराखंड में आए दिन स्वास्थ्य की कमी से काफी लोग प्रभावित होते हैं उत्तराखंड में रहना किसी चुनौती से कम नहीं है प्रदेश भर के लोगों को जंगल जानवर सुख सुविधा के अभाव से वंचित रहना पड़ता है बता दें कि ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आ रहा है उत्तराखंड के नैनीताल जिले से जहां पर एक गर्भवती महिला ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया।
संपूर्ण मामला इस प्रकार है कि नैनीताल जिले में ग्राम सभा बलूटी की टोंक मारा की एक महिला जिसका नाम दीपा जी नाम बताया जा रहा है 30 तारीख को अचानक दीपा जीना को एकाएक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई जिसके कारण पूरे गांव में उथल-पुथल मच गई क्योंकि ग्राम बलूटी से जो मेन रोड भुजियाघाट है
वह 5 किलोमीटर दूरी पर है और वहां पर कोई पक्की सड़क भी नहीं है जिससे जल्दी पहुंचा जाए जिसको देखते हुए ग्रामीणों ने दीपा जीना को एक कुर्सी पर बिठाया और डोली बनाकर भुजियाघाट पहुंचे बता देगी सड़क पर पहुंचते ही दीपा जीना की पीड़ा और तेज होने लगी जिसके कारण उन्होंने सड़क पर ही एक बच्चे को जन्म दे दिया
जिसके तुरंत बाद महिला और बच्चे की हालत गंभीर होने लगी इसी दौरान 108 को कॉल किया गया 108 की टीम मौके पर पहुंची और पूरी स्थिति का जायजा लिया और महिला को अस्पताल ले गए बताया जा रहा है कि अब जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं ।
उत्तराखंड के काफी ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर स्वास्थ्य सुविधाओं की अभाव के कारण लोगों को समय पर इलाज नहीं मिलता जिसके कारण उनकी मृत्यु हो जाती है कई बार बलूटी गांव में रोड का सर्वे भी हो चुका है लेकिन अभी तक रोड बनाई नहीं गई और गांव के आसपास के 10 किलोमीटर के दायरे में कोई स्वास्थ्य केंद्र भी नहीं है।