
यूकेएसएसएससी की एक और परीक्षा से पहले संदिग्ध अभ्यर्थी पकड़ में आया है। संदिग्ध अभ्यर्थी ने सहकारी निरीक्षक भर्ती के लिए फर्जी दस्तावेज और जानकारियों से तीन आवेदन किए हैं। आरोपी ने शैक्षिक प्रमाणपत्र से लेकर जाति और स्थायी प्रमाणपत्र भी फर्जी लगाए। तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों का उपयोग किया गया और सेवायोजन विभाग की इंप्लाई आईडी भी फर्जी दर्ज की।गोपनीय जांच कराने के बाद गाजियाबाद के मोदीनगर के रहने वाले सुरेंद्र कुमार नाम के अभ्यर्थी के खिलाफ शुक्रवार को रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पांच अक्तूबर को अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से सहकारी निरीक्षक पद के लिए परीक्षा आयोजित होनी थी।
इससे पहले आयोग की ओर से जब डाटा परीक्षण किया गया तो इसमें एक अभ्यर्थी संदिग्ध पाया गया। यूकेएसएसएससी की ओर से इसकी जांच कराने के लिए कहा गया तो गोपनीय जांच की गई।जांच में पता चला कि गाजियाबाद के भोजपुर मोदीनगर के कनकपुर के रहने वाले सुरेंद्र कुमार ने तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों से तीन फॉर्म भरे हैं। जांच में पता चला कि इसके लिए उसने तीनों फॉर्मों में अपने पिता के नाम की स्पेलिंग में कुछ अक्षरों को आगे पीछे किया है।