हिमाचल प्रदेश के रहने वाले जवान संजय कुमार एक हफ्ते पहले ही 15 दिनों की छुट्टी से वापस डयूटी पर लौटे थे. 20 नवंबर को उन्होंने गुमला जिला के सीलम स्थित सीआरपीएफ 218 बटालियन के कैंप में ड्यूटी ज्वाइन की थी. जवान की आत्महत्या से इलाके में हड़कंप मच गया.
झारखंड के गुमला जिले से सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां एक सीआरपीएफ जवान ने डयूटी के दौरान गोली मारकर सुसाइड कर ली. मृतक जवान हिमाचल प्रदेश का रहने वाला था. वह 15 दिन की छुट्टियों से वापस डयूटी पर लौटा था. जवान ने अपनी एके-47 राइफल से गोली मारी थी. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मृतक जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
गोली मारकर सुसाइड करने वाला सीआरपीएफ जवान संजय कुमार हिमाचल प्रदेश का रहने वाला था. संजय कुमार झारखंड के गुमला जिला के सीलम स्थित सीआरपीएफ 218 बटालियन के कैंप में डयूटी कर रहा था. उसके द्वारा सीआरपीएफ कैंप में की गई आत्महत्या से वहां हड़कंप मच गया. जवान द्वारा की गई आत्महत्या की सूचना मिलते ही गुमला जिला के एसपी हरविंदर सिंह, एसडीपीओ मनीष चंद्रलाल के साथ-साथ सीआरपीएफ के पदाधिकारी कैंप पहुंच गए.
हिमाचल प्रदेश के मंडी के रहने वाले थे जवान संजय कुमार
जवान द्वारा की गई आत्महत्या की सूचना सीआरपीएफ के अधिकारियों के द्वारा उनके परिजनों को दे दी गई. मृतक जवान संजय कुमार हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के रहने वाले थे. जवान ने आखिर किन कारणों से और किन परिस्थितियों में आत्महत्या की है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. फिलहाल गुमला जिला की पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ के अधिकारी पूरे मामले को लेकर छानबीन में जुट गए हैं.
एके-47 राइफल से खुद को मारी गोली
सीआरपीएफ 218 बटालियन में हवलदार जीडी के पद पर तैनात संजय कुमार ने एके-47 राइफल से खुद को गोली मारकर सुसाइड कर ली. गार्ड रूम से गोली चलने की आवाज पर कैंप में हडकंप मच गया. मौके पर पहुंचे साथी जवानों ने संजय को खून से लथपथ देखा. संजय ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. मौके पर मौजूद साथी जवानों ने घटना की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मृतक संजय के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पतला भेजा, जहां मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में 3 सदस्यीय चिकित्सकों का दल पोस्टमार्टम करेगा.
पहले भी राजस्थान के जवान ने की थी आत्महत्या
नक्सल अभियान में जुटे सीआरपीएफ के जवान द्वारा झारखंड में आत्महत्या किए जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पूर्व झारखंड के लोहरदगा जिला के केकरांग पिकेट में संतरी ड्यूटी पर तैनात सीआरपीएफ 158 बटालियन के जवान जगदीश प्रसाद मीणा ने अपनी ही सर्विस इंसास राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. मृतक सीआरपीएफ जवान जगदीश प्रसाद मीणा मूल रूप से राजस्थान के टोंक जिला के घरथाना क्षेत्र के रहने वाले थे.