कानपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शख्स ने खुद को एयरफोर्स (IAF) का अफसर बताकर 100 से ज्यादा बेरोजगारों को फर्जी सैनिक बना डाला. घटना का खुलासा होने के बाद खुद को IAF का सैनिक मान बैठे लोगों के होश उड़ गए. फिलहाल, एयरफोर्स की इंटेलिजेंस यूनिट और यूपी एसटीएफ ने इस फर्जी अफसर को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में पता चला कि उसने एयरफोर्स सैनिकों की एक टुकड़ी ही तैयार कर कर डाली थी.
पकड़े गए शख्स का नाम राहुल राजपूत है. राहुल हरदोई जिले का रहने वाला है. वह खुद को इंडियन एयरफोर्स का स्क्वाड्रन लीडर बताता था. बीते दिन उसकी गिरफ्तारी कानपुर के रेल बाजार थाना क्षेत्र से हुई है. आरोपी बेरोजगार युवकों को टारगेट करता था और उन्हें एयरफोर्स में नौकरी दिलाने के नाम ठगता था. उसने करीब 150 लोगों को अपना शिकार बनाया है.
बताया जा रहा है कि राहुल राजपूत ने फर्जी स्क्वाड्रन लीडर बनकर एक दो नहीं बल्कि डेढ़ सौ से ज्यादा बेरोजगारों को एयरफोर्स का फर्जी सैनिक बनाकर एक टुकड़ी ही तैयार कर दी थी. इस जालसाज ने दिल्ली में रहकर एयरफोर्स के बारे में पूरी जानकारी इकठ्ठा की थी. ताकि सामने वाले को झांसे में लिया जा सके. वह अक्सर कानपुर के रेल बाजार स्थित एक होटल में रुकता था.
ऐसे बनाता था बेरोजगार लोगों को शिकार
पूछताछ में राहुल ने बताया कि एक समय वह एयरफोर्स से प्रभावित था. जब नौकरी नहीं लगी तो उसी को अपनी ठगी का रास्ता बना लिया. राहुल ऐसे लोगों को टारगेट करता था जो बेरोजगार होते थे या फिर ऐसे लोग जिनका एग्जाम देने के बाद भी किसी वजह से एयरफोर्स में सेलेक्शन नहीं होता था. वह खुद ऐसे लोगों से संपर्क करता था.
उसने 100 से ज्यादा लोगों को एयरफोर्स में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. उनसे लाखों रुपये भी ऐंठे. धीरे-धीरे उसने कई लड़कों को फर्जी एयरफोर्स का सर्टिफिकेट थमा दिया, उसमें मोहर आदि लगाकर IAF का सैनिक भी बना दिया. लोग इसी में सोच में थे कि उनकी नौकरी लग गई है, वो सैनिक बन गए हैं. मगर हकीकत में वो सब फ्रॉड का शिकार हो गए थे.
ऐसे खुली पोल
इस बीच एक फर्जी सैनिक अपने सेलेक्शन का सर्टिफिकेट लेकर कानपुर के एयर फोर्स स्टेशन पहुंच गया. जब वहां जांच हुई तो पूरा खेल समझ आ गया. अधिकारियों में हड़कंप मच गया. क्योंकि, इस जालसाजी का शिकार एक शख्स नहीं बल्कि सैकड़ों लोग हुए थे.
जिसके बाद कानपुर एयरफोर्स की इंटेलिजेंस यूनिट ने यूपी एसटीएफ को इसकी सूचना दी. दोनों टीमों ने मिलकर पीड़ित लड़कों से बातचीत की. उनसे जानकारी जुटाई. फिर राहुल की तलाश शुरू हुई. इसी दौरान एक पीड़ित से पता चला कि राहुल रेल बाजार के एक होटल में रुका हुआ है. जिसपर बीते मंगलवार को STF इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह ने अपनी टीम के साथ राहुल को होटल से गिरफ्तार कर लिया.
हैरानी की बात यह है कि गिरफ्तारी के समय भी राहुल राजपूत कुछ नए लड़कों का इंतजार कर रहा था. राहुल ने उनको भी एयरफोर्स में भर्ती का झांसा दे रखा था. पुलिस और STF ने उसके पास से एयरफोर्स की फर्जी मोहरें, फर्जी सर्टिफिकेट और कई कागजात बरामद किए हैं. राहुल के पास से सेना की वर्दी भी मिली है, जिसको पहनकर वह लड़कों का इंटरव्यू लेता था.
इंटर पास है आरोपी
STF इंस्पेक्टर के मुताबिक, इंटर तक पास राहुल ने कौशल विकास योजना से ट्रेनिंग की थी. इसके अलावा उसने कंप्यूटर का कोर्स भी किया है. मन मुताबिक जॉब ना मिलने पर उसने जालसाजी को अपना प्रोफेशन बना लिया. जांच में पता चला है कि वह प्रति युवक से 50 हजार से एक लाख तक वसूलता था. उसके पास से चार बैंक खाते मिले हैं.