रुद्रप्रयाग:आज की खबर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग के कालीमठ घाटी का ब्यूंखी गांव से आ रही है। यहां इतने लम्बे इंतजार के बाद अब आखिर में गांव तक सड़क आ ही गई है,इस खुशी में सभी गांव वालों ने जमकर उत्सव मनाया।यह गांव आजादी के बाद पहली बार यातायात से जुड़ा है।इसीलिए जब आजादी के बाद पहली बार यहां जीप टैक्सी पहुंची तो ग्रामीणों द्वारा वाहन चालकों और जनप्रतिनिधियों का हर्षोल्लास और फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया।
साथ ही ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई सिंचाई खंड जखोली डिवीजन के अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया।इसी डिविजन के अंतर्गत पिछले वर्ष करीब 4 करोड़ 22 लाख रुपये की लागत से साढ़े सात किमी का बेडूला-कुणजेठी-ब्यूंखी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हुआ ।यह कार्य कुणजेठी तक बहुत आसानी से हुआ, लेकिन कुणजेठी-ब्यूंखी के बीच में मजबूत चट्टाने थी जिस वजह से उन्हें मार्ग निर्माण में बहुत सी परेशानी भी उठानी पड़ी।
अब सड़क बनने के बाद सभी ग्रामीणों में उत्साह बना हुआ है।ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों और जीप-टैक्सी वाहन चालकों का पहली बार जीप-टैक्सी पहुंचने पर फूल मालाओं से अच्छे से स्वागत किया।वहीं विभागीय जूनियर इंजीनियर विनीत बौठियाल द्वारा बताया गया,”मोटरमार्ग के फेस टू कार्य के लिए लगभग चार करोड़ पचास लाख अवमुक्त हो चुके हैं। शीघ्र फेस टू का निर्माण कार्य शुरू होगा।”
साथ ही उन्होंने इस गांव के यातायात से जुड़ने के लाभ भी बताए।इससे सिद्धपीठ कालीशिला के तीर्थाटन-पर्यटन व्यवसाय में अच्छा इजाफा होगा,जिसका सीधा असर अर्थव्यवस्था में होगा,तो डायरी ओर इससे ग्रामीणों को भी स्वरोजगार मिलेगा जिससे पलायन काम होगा।
यहां के ग्राम प्रधान सुदर्शन राणा द्वारा बताया गया,” ब्यूंखी गांव के पहली बार यातायात से जुड़ने से ग्रामीणों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। पहले कालीमठ-कालीशिला पैदल ट्रैक 6 किमी था,लेकिन अब ब्यूंखी गांव के यातायात से जुड़ने की वजह से यह पैदल ट्रैक मात्र दो किमी ही रह गया है।