यह मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का है। जहां मोबाइल की बैटरी फटने से एक 12 साल का लड़का जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है। बच्चा सड़क के किनारे पड़ी हुई बैटरी उठाकर घर ले आया। जिसके बाद बच्चे ने घर पर बैटरी को एक चलाने की कोशिश करी और जैसे ही बच्चे ने एक पॉइंट से दूसरे पॉइंट पर जैसे ही तार जोड़ी, उसमें जोर का धमाका हो गया जिसके बाद बैटरी का टुकड़ा बच्चे के लिवर में चला गया। इसके साथ ही उसके फेफड़े, हाथ,पैर, मुंह, पेट और सीने में गंभीर चोटें भी आईं।
सूचना के मुताबिक बच्चे का नाम अफजल पुत्र हासिम खान है। वह जिले के कुर्राहा गांव का रहने वाला है। वह अपनी मां के साथ मामा के घर गया था। शुक्रवार के दिन उसे सड़क पर मोबाइल की बैटरी पड़ी हुई मिली, जिसे वह अपने साथ घर ले आया। फिलहाल अफ़ज़ल को इलाज़ के लिए जिला हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया है।
जहां डॉक्टर्स ने बताया कि अफजल की हालत ज्यादा गंभीर है। और उसके लिवर में बैटरी का टुकड़ा अंदर तक घुस चुका है, जिसके कारण काफी खून बह रहा है। इसके साथ ही फेफड़े में भी एक टुकड़ा घुस गया है। जिससे अफ़ज़ल का ऑपरेशन भी करना पड़ेगा।
आपको बता दे कि बैटरी को रात भर चार्ज करने से मोबाइल की हीट बढ़ जाती है, जिसर बैटरी के फटने का खतरा भी बढ़ जाता है। वहीं कुछ लोग अपने मोबाइल को दूसरे मोबाइल चार्जर से चार्ज करते है, इससे बैटरी में ब्लास्ट का कारण बन सकता है। इसके अलावा ये मोबाइल के इंटरनल कंपोनेंट्स को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इससे फोन के फटने का खतरा बना रहता है।
डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसे मामलों में घर के बड़े सतर्क रहें, बच्चों को मोबाइल से दूर रखें। बच्चो को जब फोन की जरूरत हो तो तभी उनको मोबाइल इस्तेमला करने दे, वह भी अपनी देखरेख में। मोबाइल चार्ज करते समय तो मोबाइल बिल्कुल भी नहीं चलाएं। वीडियो Credit: बिहार न्यूज़ लाइव