कोरोना काल के बाद से तीन वर्ष तक कोई भी भर्ती प्रक्रिया का आयोजन नहीं किया गया है। ऐसे में जल्द ही इसके शुरू होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।इसके संकेत रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा दिए गए हैं।उन्होंने कहा कि कोविड के हालातों में सुधार होते ही सेना की भर्ती का आयोजन किया जाएगा।साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अभी कोरोना वायरस कम हुआ है लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं।वहीं उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि उम्मीदवारों को आयुसीमा में कोई भी छूट नहीं दी जाएगी।
रक्षा राज्य मंत्री के अनुसार देश में एक स्वतंत्र भर्ती कार्यालय, दो भर्ती डिपो, 11 क्षेत्रीय भर्ती कार्यालय एवं 70 सेना भर्ती कार्यालय हैं।जिनमेहर वर्ष करीब 90 से 100 भर्ती रैलियां होती हैं।वहीं
वर्ष 2018-19 में वायु सेना में 6862,नौसेना में 5885 और थल सेना में 53431 सैनिकों की भर्ती हुई।इसके बाद वर्ष 2019-20 में थल सेना में 80572,वायु सेना में 7222 और नौ सेना में 6068 सैनिकों की भर्ती हुई।इसके बाद कोरोना की वजह से 2020-21 से अभी तक थल सैनिकों की भर्ती नहीं हुई है।जभी वायु सेना और नौसेना की बात करें तो वर्ष 2020-21 में वायु सेवा के 8423 और नौ सेना के 2772 सैनिकों की भर्ती हुई।
इसके साथ ही वर्ष 2021-22 में वायु सेना में 4609 और नौ सेना में 5547 सैनिकों की भर्ती हुई। रक्षा राज्य मंत्री के अनुसार इस समय थल सेना में सैनिकों की भर्ती प्रक्रिया स्थगित है, लेकिन फिर भी सैन्य व्यवस्था पूरी तरह से हर मुकाबले के लिए डटकर तैयार है।
वहीं जब उनसे भर्ती के लिए आयु सीमा में छूट को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इसकी युवाओं को जरूरत ही नहीं है।उन्होंने अलग अलग पदों की आयु सीमा के बारे में बताया कि एजुकेशन हवलदार के लिए आयु सीमा 20 से 25 साल, सेना जीडी में भर्ती के लिए साढ़े सत्रह से 21 वर्ष जेसीओ के लिए 21 से 27 साल और टेक्निकल के पदों पर साढ़े सत्रह से 23 साल तक के युवाओं को लिया जाता है।
वहीं वर्ष 2020 मेें प्रदेश में अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ बीआरओ भर्ती रैली का आयोजन किया गया था जिसमे बहुत से युवाओं ने हिस्सा भी लिया था।उम्मीदवारों ने शारीरिक और मेडिकल परीक्षा पास कर ली थी जिसके बाद वह लिखित परीक्षा का इंतजार कर रहे थे लेकिन उसकी तिथि घोषित नहीं हुई,अब भर्ती में शामिल नैनीताल,ऊधमसिंह नगर,अल्मोड़ा, चंपावत , पिथौरागढ़, बागेश्वर के युवा लिखित परीक्षा की तिथि के आने का इंतजार कर रहे हैं।
इस मामले में गणेश जोशी, सैनिक कल्याण मंत्री द्वारा बताया गया कि हर साल कुमाऊं,गढ़वाल और लैंसडौन क्षेत्र के भर्ती कार्यालयों में औसतन डेढ़ से दो हजार सैनिकों की भर्ती होती है, जो लंबे समय से स्थगित चल रही है। उन्होंने जल्द ही सेना भर्ती रैली खोलने और भर्ती प्रक्रिया का आयोजन करवाने का अनुरोध रक्षा मंत्री से किया है।