मंगलवार को जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले मे हेलीकाप्टर क्रैश होने से मेजर अनुज राजपूत (27 वर्ष) शहीद हो गए थे। अनुज राजपूत आर्मी एविएशन कॉर्प्स मे पायलट थे। बुधवार की दोपहर साढ़े 12बजे मेजर अनुज राजपूत के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए सेक्टर- 20 पंचकुला लाया गया। अनुज राजपूत को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके सीनियर ऑफिसर भी आए थे। सबसे पहले उनके पार्थिव शरीर को उनके घर ले आया गया। फिर उसके बाद सेक्टर 20 मे श्मशानघाट ले जाया गया। अनुज राजपूत माता पिता के अकेले बेटे थे। पिता कुलवंत सिंह आर्य जो की एडवोकेट है। उन्होंने अपने बेटे के शरीर को मुखाग्नि दी।
अनुज राजपूत की माँ उषा रोहिला सेक्टर 20 मे सरकारी स्कूल मे टीचर है। हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता, डीसी विनय प्रताप सिंह, वेस्टर्न कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह के अलावा पंचकूला और अन्य लोग भी उनके अंतिम दर्शन करने के लिए आए थे। माँ हमेशा अपने बेटे अनुज को ही याद करती रहती थी। वह कहती थी जब भी मेरा बेटा वापिस आएगा तब मैं उसकी शादी कर दूंगी। उन्होंने जनवरी मे शादी करवाने की तैयारी भी कर ली थी।
बेटे और होने वाली बहू के जन्मदिन पर काटा केक- जब कैप्टन अनुज का प्रमोशन मेजर रैंक पर हुआ तब उनकी माँ ने खुश होकर अपने स्कूल मे मिठाई बाँटी थी। और उन्होंने अपने घर पर पार्टी रखी जिसमे उनके स्कूल का स्टाफ भी आया था। उनके स्टाफ ने बताया कि 18 सितम्बर को अनुज का जन्मदिन था। और अगले ही दिन उनकी होने वाली बहू का भी जन्मदिन था। जिसके साथ थोड़े दिन पहले उनके बेटे अनुज की सगाई हुई थी। वह बहुत खुश थी इसलिए उन्होंने केक की पार्टी हमको दी।
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