उत्तर प्रदेश के आगरा शहर से पुलिस विभाग में तैनात सिपाही के साथ पुलिस विभाग वालों की लापरवाही का मामला सामने आया है।जानकारी के मुताबिक पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि ड्यूटी के दौरान घायल उनके बेटे की पुलिस विभाग द्वारा कोई सहायता नहीं की गई और उसे मृत घोषित कर दिया गया जबकि वह अभी कोमा में चल रहा है।
गौतम बुध नगर के विशंभर सिंह ने बताया कि उनका बेटा पुलिस विभाग में सिपाही के पद पर तैनात था 5 साल पहले ड्यूटी के दौरान उसका एक्सीडेंट हो गया था जिसके बाद से वह कोमा में चल रहा है पुलिस विभाग ने उसे मृत घोषित कर उसके नाम पर 3080 रुपए की पेंशन कर दी। अब तक लगभग इलाज में 65 से 70 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं जिसमें उनके घर और जमीन भी चली गई है।
घायल सिपाही के पिता ने कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह से मदद की गुहार लगाई है साथ ही न्याय की मांग की है पिता ने बताया की उन्हें गौतम बुद्ध नगर के कमिश्नरेट से पत्र भी मिला था जिसमें उनकी पुत्र को उन्होंने स्वर्गीय लिखकर उसे मृत घोषित कर दिया था। जबकि संबंधित विभाग में इसको पत्र में गलती बता कर टाल दिया।
साथ ही बताया उनके बेटे सागर को पुलिस विभाग ने अनफिट करार देकर उसे 2021 में सेवानिवृत्त कर दिया था और पेंशन के नाम पर ₹3080 प्रति माह दिए। बेटे के इलाज में उनकी पूरी जमीन और घर चला गया। कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कहा कि मामले की जांच की जाएगी साथ ही परिवार जनों से कहा है कि सिपाही के इलाज में जो खर्चा हुआ है उसका बिल जमा करवाएं। तभी उन्हें उचित मुआवजा मिल पाएगा।