आपको बता दें कि उत्तराखंड के नैनीताल ज़िले से एक दुखद ख़बर सामने आयी है। जहाँ 5 साल के बच्चे ने खेल खेल में ख़ुद को फाँसी लगा दी। इस घटना के बाद परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है। मिली जानकारी के मुताबिक़ नैनीताल ज़िले में हल्द्वानी शहर के इंद्रानगर में मोहम्मद फ़ईम अपने पूरे परिवार के साथ रहता था। आपको बता दें कि पेशे से फ़ईम एक पेंटर है। फ़ाइन समेत उसके परिवार में पाँच लोग हैं जिसमें उसकी पत्नी ज़ीनत 5 वर्षीया बेटा आरहान, 3 वर्षीया फैजान और डेढ़ साल का रेहान शामिल है।
मिली जानकारी के मुताबिक़ फईम का पाँच साल का बेटा आरहान प्राइमरी स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ता था। हुद बार क़रीब सुबह 11 बजे जीनत कुछ सामान लेने के लिए पार्स की दुकान में चली गई। उसके बाद अरमान और फैजान छात पर चले गए और दुपट्टे से बने झूले पर झूलने लग गए। झूला झूलते झूलते अरहान का गला दुपट्टे में फँस गया। जब जीनत दुकान से वापस घर लौटे और उसने अरमान और फैजान को नीचे नहीं देखा तो वो तुरंत छत पर भागी और उसके बाद उसने जो देखा उसे देख उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई। उसने देखा कि आ रहा दुपट्टे से बने फंदे में लटक रहा है। किसी तरह उसे फंदे को खोला और जब अरहान होश में नहीं आया तो वह मदद के लिए चिल्लाने लगी।
उसके बाद तुरंत अरहान को पड़ोसियों की मदद से सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया। इस घटना की सूचना जब पुलिस को मिली तो मौक़े पर पहुँची पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा। लेकिन अरहान के माता पिता ने बच्चे का पोस्टमार्टम करने के लिए मना कर दिया। साथ ही बच्चे के पिता ने DM से मिलकर अपने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम न करने के लिए मदद माँगी। उसके बाद फ़ईम को उसके बेटे अरहान का शव सौंप दिया गया।