आपको बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी ज़िले के निवासी सेना के जवान मनदीप सिंह नेगी का शव खून से लतपत मिलने से सनसनी मची हुई है। मनदीप सिंह सेना की 32-इनफ्रेंट्री में मेरठ के फाजलपुर में तैनात थे। इस घटना की जानकारी उनके परिजनों तक पहुँचाई गई। फ़िलहाल सेना के अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक़ उत्तराखंड के पौड़ी ज़िले के तहसील बुरासी निवासी मनदीप (36) पुत्र राजेंद्र सिंह सेना की 32-इनफ्रेंट्री में मेरठ के फाजलपुर में तैनात थे। 2015 में मंदीप कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे। मंगलवार रात्रि को मनदीप सिंह अपनी सर्विस राइफल इंसास के साथ संतरी की ड्यूटी कर रहे थे। रात क़रीब दो बजे अन्य सैनिकों को फ़ायरिंग की आवाज़ सुनाई दी।
फायरिंग की आवाज की तरफ जब सेना के जवानों ने जाकर देखा तो सैन्यकर्मी मनदीप सिंह का लहूलुहान शव देखकर सब हैरान रह गए। उसके बाद इस घटना की जानकारी सेना के अधिकारियों को दी गई। जाँच के दौरान पता चला कि मंदी की राइफ़ल से तीन गोली फायर हुई थी।
जाँच के लिए मौक़े पर पहुँची पुलिस को मनदीप की ठोड़ी में दो गोली लगी मिली जो सिर के पार हो गई थी तथा तीसरी गोली कान और गाल को रगड़ती हुई निकली। जाँच पड़ताल में यह पुष्टि की गई की मनदीप ने ख़ुद को तीन गोली मारकर आत्महत्या की है। आख़िर मंदीप ने आत्महत्या क्यूँ की इस बात की अभी तक कोई स्पष्ट नहीं हो पाई है। शव को शव मर्चरी में रख दिया गया है।और इस घटना की जानकारी उनके परिजनों को दी गई।