उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार एक देहरादून महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल रहे बता दें कि कार्यक्रम के दौरान उन्होंने नंदा गौरा योजना के अंतर्गत 80000 लाभार्थी बालिकाओं को पीएफएमएस के माध्यम से 323 करोड़ 22 लाख की धनराशि पर हस्ताक्षर किया।
बता दें कि 2017 से 18 की वर्ष में कुल 5310 बालिकाओं को 2019 के सत्र में कुल 460 बालिकाओं को 1567 बालिकाओं को 2019 के सत्र में 16210 बालिकाओं को 2021-22 के सत्र में इसी प्रकार कुल 56177 बालिकाओं को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा ₹80000 की धनराशि कार्यक्रम के दौरान हस्ताक्षर की गई इसी के साथ उन्होंने प्रदेश भर के लोगों को नवरात्र पर्व की शुभकामनाएं भी दी उन्होंने कहा कि मैं इस समय सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं क्योंकि यहां पर देश की बेटियों को उनका लाभ दिया जा रहा है
वही 9 सितंबर को कैबिनेट बैठक की गई थी जिसमें कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ महा अभियान के विषय के ऊपर एक प्रकाश डाला उन्होंने कैबिनेट बैठक के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत हुई थी नंदा गौरा योजना भी उसी कार्यक्रम के अंतर्गत बालिकाओं को उनका हक देना चाहती है
तथा उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाकर उनकी जीवनी निखारना चाहती है उन्होंने कहा कि हर लड़की के समग्र विकास में प्रगति होनी चाहिए तथा प्रत्येक बालिका को उसका अधिकार मिलना चाहिए उसके पैदा होने से लेकर पढ़ाई एवं शादी तक सभी सरकार की जिम्मेदारी है वहीं उन्होंने अपनी बात को अंत करते हुए कहा कि उत्तराखंड देव भूमि और देवियों की भूमि दोनों की है इसीलिए नंदा गौरा योजना जैसे कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ताकि बालिकाओं को अपने जीवन में कोई भी परेशानी ना हो।