मनुष्य द्वारा प्रकृति के साथ की गई छेड़छाड़ हमेशा से ही भयावह रहे हैं हाल ही में देहरादून से भी ऐसा मामला सामने आया है जहां डोईवाला में सूर्य धार झील के आगे कृत्रिम झील बन गई है जिसके कारण क्षेत्र के आसपास के इलाकों में तबाही की आशंका जताई जा रही है वहीं
उत्तरकाशी में भी खतरा अपना पैर पसार रहा है उत्तरकाशी में भी यमुना नदी झील की होने की बात पता चली है ऐसा माना जा रहा है कि यमुनोत्री धाम की ओर जाने वाले पड़ाव जानकीचट्टी से 5 किलोमीटर पहले हुए सड़क निर्माण कार्य के मलबे से यमुना नदी का प्रवाह रुकने लगा है
जिसके फलस्वरूप वहां कृतिम झील बन रही है अगर इस कृत्रिम झील को जल्द से जल्द उड़ाना गया तो यमुना नदी का जलस्तर बढ़ सकता है जिसके कारण यमुना नदी उफान पर आ सकती है झील बनने के पीछे कारण बताया जा रहा है कि जानकीचट्टी से 5 किलोमीटर पहले सड़क निर्माण कार्य के चलते को मलबे को सीधा यमुना नदी में फेंक दिया गया जिससे नदी का प्रवाह रुक गया है
मामले को लेकर प्रशासन ने भी संबंधित विभाग को सूचना दी है साथ ही उप जिला अधिकारी शालिनी नेगी ने कहा है कि “मामला अभी उनके संज्ञान में हैं जिनके पास जरूरी सुरक्षा पर लोगों को ध्यान में रखते हुए फैसले लिए जाएंगे”